गिरजा ठाकुर


पोस्टमास्टर पहले अपने घर में कर रहे थे संचालन, बाद में पशु चिकित्सालय में मिली थी जगह

अंबिकापुर। स्वच्छ भारत मिशन के तहत सामुदायिक शौचालय का निर्माण की चर्चा तो पूरे देश में हो रही है लेकिन शौचालय में पोस्ट ऑफिस का संचालन हो रहा है, तो यह सुनने में अटपटा लगेगा। सरगुजा जिले में ऐसे ही एक सार्वजनिक शौचालय में पोस्ट ऑफिस का संचालन हो रहा है। यहां रोजाना अधिकारी-कर्मचारी कार्य करते मिल जाएंगे। इसके पहले सखौली पोस्टआफिस का संचालन पोस्टमास्टर के द्वारा अपने निवास ग्राम पोडि़पा में किया जा रहा था। रायगढ़ से अधीक्षक जब यहां पहुंचे, तो उन्होंने पोस्टआफिस सखौली ग्राम में ही संचालित करने के लिए निर्देशित किया।


सरगुजा जिला मुख्यालय अंबिकापुर से महज दस किलोमीटर के फासले पर ग्राम पंचायत सखौली के हाट-बाजार में स्थित सार्वजनिक शौचालय को पोस्ट ऑफिस में तब्दील कर दिया गया है। पोस्ट मास्टर का कहना है कि पोस्ट ऑफिस भवन नहीं होने की वजह से पहले एक घर में पोस्ट ऑफिस का संचालन क्षेत्र के ग्रामीणों की सुविधा के लिए किया जा रहा था, अधिकारियों के मना करने के बाद पशु चिकित्सालय में पोस्ट ऑफिस खोला गया। अचानक सरकार का फरमान आने के बाद पशु चिकित्सालय को धान खरीदी केंद्र में बदल दिया गया, जिसकी वजह से पोस्ट ऑफिस वहां से हटाकर शौचालय भवन में संचालित करना पड़ रहा है। गौर करने वाली बात है कि जनसुविधा के साथ स्वच्छता के ध्येय को लेकर बनाए गए सार्वजनिक शौचालय में पोस्ट ऑफिस का संचालन गांव के सरपंच की सहमति से किया जा रहा है। लोगों को पोस्टल विभाग से संबंधित कार्यों में दिक्कत न हो, इसे देखते हुए अतिरिक्त भवन नहीं होने की स्थिति में सार्वजनिक शौचालय को पोस्ट ऑफिस में बदल दिया गया। सार्वजनिक शौचालय का भवन ऐसा है कि हितग्राहियों की भीड़ होने पर कामकाज में दिक्कत होती है। इस बात को पोस्टमास्टर भी स्वीकारते हैं। साथ ही यह कहना है कि इसके अलावा कोई ऐसा आप्शन उनके पास नहीं है, जहां पोस्टऑफिस का संचालन किया जा सके।


इनका कहना है-
हाट-बाजार के स्थित शौचालय का उपयोग नहीं हो रहा था। इधर पोस्टआफिस का संचालन जगह बदल-बदलकर किया जा रहा था, जिससे गांव के लोगों को भी दिक्कत होती थी। इसे देखते हुए इसे पोस्टआफिस के संचालन के लिए दे दिया गया, ताकि बार-बार भवन बदलने जैसी स्थिति न बने।
प्रमिला सिंह
सरपंच, पंचायत सखौली


सखौली ग्राम में पोस्टआफिस भवन नहीं होने के कारण सार्वजनिक शौचालय में ही पोस्टआफिस का संचालन जनवरी 2022 से किया जा रहा है। पूर्व में वर्ष 2012 से पोस्टआफिस का संचालन मैं अपने घर में कर रहा था, जो पोडि़पा में था। रायगढ़ से अधिकारी आए तो उन्होंने पोस्टआफिस सखौली ग्राम में संचालित करने कहा, इसके बाद पशु चिकित्सालय में जगह मिली। पुन: जगह की दिक्कत होने पर शौचालय को ही पोस्टआफिस का रूप दे दिया गया।
ओम कुमार
पोस्टमास्टर, सखौली


सखौली में जहां पोस्टआफिस संचालित है, वह शौचालय तो नहीं है। पहले कभी रहा होगा, वर्तमान में वहां ऐसा कुछ नहीं दिखा। शौचालय शब्द का भवन में कहीं उल्लेख नहीं है। पोस्टआफिस में किए जाने वाले लेन-देन की जानकारी दीवालों में लिखी गई है। मैं वहां जांच के लिए गया था तो वहां दो कम्बाइंड दो कमरे हैं, जो पर्याप्त नहीं है। रिकार्ड सुरक्षित रहें, इसके लिए मैंने पोस्टमास्टर को निर्देशित किया है।
आशीष मिश्रा
सहायक अधीक्षक, मुख्य डाकघर

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