पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा वार्डवासियों को, सप्लाई पानी पर आश्रित सैकड़ों परिवार

अंबिकापुर। नगर निगम शहर को अमृत मिशन योजना के तहत 24 घंटे पानी देने की बात कह रहा है, वहीं गोधनपुर क्षेत्र के सैकड़ों लोग पिछले चार दिनों से सप्लाई पानी के लिए परेशान हैं। गोधनपुर पानी टंकी का मोटर जल जाने की बात कहकर निगम के प्रभारी अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। इस पानी टंकी से आसपास के सैकड़ों घरों में पानी सप्लाई किया जाता है। वार्डवासियों को दैनिक काम के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। शिकायत के बाद भी अब तक निगम के किसी अधिकारी या जनप्रतिनिधि ने जलसंकट से निजात दिलाने की सुध नहीं ली है।
बता दें अंबिकापुर नगर निगम क्षेत्र का गोधनपुर वह इलाका है जहां कई मध्यम वर्गीय परिवार निवास करते हंै। भाजपा नेता प्रेमानंद तिग्गा व पार्षद श्रीमती एनएम तिग्गा बताते हैं कि गोधनपुर पानी टंकी से महुआपारा, यादव बस्ती, चंदू गैरेज के नीचे, सिकटापारा, बारी मोहल्ला, भ_ापारा व कत्था फैक्ट्री क्षेत्र में पानी सप्लाई होता है। वे स्वयं कई बार निगम के अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं लेकिन जल्द ही बन जाएगा कहकर टालमटोल कर दिया जा रहा है। हर वर्ष गर्मी शुरू होते ही यहां का मोटर जल जाता है और मोहल्लेवासियों को पानी की समस्या से दो-चार होना पड़ता है। कई बार निगम के अधिकारियों से घुनघुटा से सप्लाई होने वाले अमृत मिशन पाइप लाइन से वार्ड को जोड़ने कहा गया लेकिन स्थिति पूर्ववत है। इस वजह से वार्डवासी बेहद परेशान हैं।

24 घंटे पानी देने का सपना अधूरा
अंबिकापुर नगर निगम क्षेत्र में अमृत मिशन योजना के तहत 106 करोड़ से अधिक की लागत से पाइप लाइन का विस्तार तो कर दिया गया, इसके बाद भी अंबिकापुर शहर की पौने दो लाख की आबादी को 24 घंटे पानी देने का सपना अभी भी अधूरा है। अब देखना होगा कि नगर निगम वार्डवासियों को कब तक शुद्ध पेयजल सहित मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा पाती है। बता दें सरकार हर घर में स्वच्छ जल की उपलब्धता का ढोल पीटने में लगी है। वहीं भीषण गर्मी के बीच गोधनपुर के बड़े इलाके में लोगों को जलसंकट से जूझना पड़ रहा है। कामकाजी वर्ग जलसंकट की बनी स्थिति को लेकर परेशान हैं। इसका प्रभाव विशेषकर ऐसे लोगों पर पड़ रहा है, जो नल से सप्लाई होने वाले पानी पर आश्रित हैं। भीषण गर्मी के मौसम में जलसंकट की स्थिति निर्मित होने से नहाना तो दूर पीने और खाना बनाने तक के लिए पानी नसीब नहीं हो पा रहा है। ऐसी स्थिति पहली बार नहीं बनी है, हर बार भीषण गर्मी के बीच ऐसे संकट का सामना लोगों को करना पड़ता है, इसके बाद भी स्थिति में सुधार के लिए प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।

Categorized in: