साइबर पुलिस ने 3 अंतर्राज्यीय साइबर ठगों को नालंदा बिहार से कब्जे में लिया

अंबिकापुर। शहरला के एक डॉक्टर से हल्दीराम का एजेंसी देने के नाम पर 11.25 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी करने के मामले में साइबर थाना पुलिस ने 3 अंतर्राज्यीय साइबर ठग को नालंदा बिहार से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार डॉ. अमित असाटी का शहर के चोपड़ापारा रिंग रोड में काली मंदिर से लगा कॉम्प्लेक्स है, वे उसमें हल्दीराम की फे्रंचाइजी खोलना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने जनवरी माह में हल्दीराम की वेबसाइट से जानकारी लेकर दिए गए फोन नंबर पर संपर्क किया। फोन उठाने वाले व्यक्ति ने स्थल का फोटो व्हाट्सएप पर भेजने कहा था। डॉक्टर ने जब फोटो भेजा तो उसने कहा कि फ्रेंचाइजी मिल जाएगी, लेकिन प्रक्रिया शुरु करने के लिए आवेदन शुल्क 4 लाख 75 हजार रुपये तथा सिक्योरिटी मनी 6 लाख 50 हजार रुपये जमा करना होगा। इसके बाद कथित फ्रेंचाइजी प्रतिनिधि के द्वारा बताए गए खाते में 28 व 29 जनवरी को उन्होंने उक्त रकम को ट्रांसफर कर दिया था। डॉक्टर ने पूरे मामले की जानकारी अपने दोस्त को दी, जिस पर उसने ठगी होने की आशंका जताई। डॉक्टर ने जिस खाते में रुपये ट्रांसफर किए थे, उसका डिटेल निकलवाया तो पता चला कि उक्त एकाउंट बिहार के गया निवासी एक व्यक्ति के नाम पर है। डॉक्टर ने ठगी की रिपोर्ट 31 जनवारी को कोतवाली थाना अंबिकापुर में दर्ज कराई थी।
आईजी के निर्देशन में आरोपियों तक पहुंची पुलिस
आईजी दीपक झा ने उक्त प्रकरण को विवेचना के लिए साइबर थाने को दिया था। साइबर थाना पुलिस ने पूर्व में संदेही के खाते को होल्ड कराकर डॉक्टर के खाते में 5 लाख 26 हजार रुपये वापस कराया था। इसके बाद आरोपियों के तलाश में लगी थी। तकनीकी जानकारी के आधार पर साइबर थाना पुलिस ने बिहार के नालंदा में दबिश देकर साइबर ठग गिरोह के रानू कुमार पिता योगेन्द्र कुमार 19 वर्ष निवासी दरवारा थाना नुरसराय नालंदा बिहार, मुन्ना कुमार पिता मुकेश रवि दास 21 वर्ष निवासी ग्राम जैतीपुर थाना चण्डी जिला नालंदा बिहार व शिवम कुमार पिता राकेश कुमार 21 वर्ष निवासी बड़ी केवाई दनियावा थाना सजाहपुर जिला नालंदा बिहार को कब्जे में लिया और इन्हें जेल भेज दिया है।
नकद सहित इन सामानों की बरामदगी
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ठगी की राशि में से 1.98 लाख नगद, 6 नग मोबाइल, 19 एटीएम, 35 बैंक पासबुक व 20 नग चेकबुक बरामद किया है।

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