शिकायत के बाद भी पुलिस नहीं दे रही ध्यान
बिश्रामपुर। रिहायशी इलाके से कोयला लोड वाहनों के आवागमन को लेकर लोगों में नाराजगी व्याप्त है। कालोनीवासियों द्वारा कई बार शिकायत किए जाने के बाद भी व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है। गौरतलब है कि एसईसीएल महान 3 से नयनपुर तक कोल ट्रांसपोर्टिंग का कार्य इन दिनों कराया जा रहा है, जिसमें ट्रांसपोर्टरों द्वारा मनमानी तरीके से रिहायशी कालोनी क्षेत्र से कोयला परिवहन कार्य पिछले महीने भर से धडल्ले के साथ कराया जा रहा है। रिहायशी इलाके से कराए जा रहे कोल ट्रांसपोर्टिंग कार्य की वजह से यहां पर हमेशा किसी अनहोनी का भय लोगों में बना रहता है। कालोनी वासियों का कहना है कि यहां पर घनी आबादी में लोग निवासरत हैं और सड़क के दोनों ओर मकान व दुकान स्थित हैं। ऐसी स्थिति में कोयला परिवहन कराया जाना पूरी तरह से अनुचित है। घनी आबादी के बीच भटगांव-बिश्रामपुर मार्ग पर हो रहे कोयला परिवहन की वजह से अब तक कई छोटी बड़ी दुर्घटनाएं भी घटित हो चुकी हैं। बावजूद इसके अभी तक किसी भी जिम्मेदार अधिकारी व पुलिस प्रशासन द्वारा उक्त भारी भरकम वाहनों के परिवहन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से लोगों में नाराजगी व्याप्त है। वरिष्ठ भाजपा नेता दीपेंद्र सिंह चौहान व भाजयुमो जिला महामंत्री दुर्गा गुप्ता ने कहा कि कालोनी क्षेत्र से अवैध रूप से किए जा रहे कोयला परिवहन कार्य की वजह से लोगों में काफी भय बना रहता है। इसके रोकथाम हेतु पिछले दिनों होली को लेकर थाना में आयोजित शांति समिति की बैठक में मामले को रखकर पुलिस से कार्यवाही की मांग की जा चुकी है। बावजूद इसके पुलिस द्वारा केवल कोरा आश्वासन देकर मामले का पटाक्षेप करा दिया गया। वाहनों पर कार्यवाही नहीं होने से ट्रांसपोर्टरों के मनोबल बढ़े हुए हैं। भविष्य में कोई भी अप्रिय घटना घटित होने पर उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी। कालोनी इलाके से होने वाले उक्त कोयला परिवहन कार्य पर तत्काल रोक लगाए जाने की मांग क्षेत्रवासियों द्वारा की गई है।
दतिमा में हो चुकी है घटना
कोयला परिवहन कार्य के रिहायशी इलाके से कराए जाने के दौरान कुछ दिन पहले ही दतिमा चौक के पास एक बाइक सवार की ट्रेलर वाहन की चपेट में आने से मौत हो चुकी है। जिससे नाराज लोगों द्वारा उक्त कार्य पर रोक लगाने की मांग को लेकर चक्काजाम भी किया जा चुका है। बावजूद इसके पुलिस विभाग द्वारा मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने से उनके कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

Categorized in: