जशपुर – पुलिस ने एक बड़े ठगी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए 150 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय ठग गिरोह का खुलासा किया है। इस मामले में मुख्य आरोपियों ‘बंटी’ और ‘बबली’ को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों देशभर में कई व्यवसायिक संस्थानों को ठगने के मामलों में संलिप्त रहे हैं। अमित कुमार अग्रवाल, पत्थलगांव ने थाना पत्थलगांव में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि उसके साथ राष्ट्रीय ग्रामीण साक्षरता मिशन नई दिल्ली की डायरेक्टर अनीता उपाध्याय व उनके साथी सौरभ सिंह, रत्नाकर उपाध्याय, व प्रांशु अग्रवाल के द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण साक्षरता मिशन के नाम से स्वेटर सप्लाई करने हेतु ,5 करोड़ 70 लाख रु की ठगी की गई है।
देशभर में फैला नेटवर्क
गिरफ्तार आरोपी लंबे समय से इस तरह की धोखाधड़ी में शामिल थे। ये खुद को विभिन्न सरकारी योजनाओं से जुड़ा हुआ बताते थे और व्यवसायियों से संपर्क कर उन्हें माल आपूर्ति के नाम पर ठगते थे। पुलिस के अनुसार, अब तक इन्होंने देश के कई राज्यों में कारोबारियों को इसी तरह से लाखों-करोड़ों का नुकसान पहुंचाया है।
दिल्ली से हुई गिरफ्तारी
जशपुर पुलिस ने सटीक सूचना के आधार पर दिल्ली जाकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि ये आरोपी अत्यंत शातिर हैं और खुद को अलग-अलग पहचान के रूप में पेश करते थे। इनकी गिरफ्तारी के बाद अब ठगी से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है, जिसमें और भी लोगों की भूमिका सामने आ सकती है। थाना पत्थलगांव में दोनों आरोपियों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 316(2)(5), 318(4), 336(1)(3), 338, 340(2), 341(1), 346 और 61(2) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है।
पुलिस का बयान
जशपुर पुलिस अधीक्षक ने कहा, “यह मामला छत्तीसगढ़ में सामने आया अब तक का सबसे बड़ा ठगी प्रकरण हो सकता है। हमारी टीम ने अथक प्रयास करते हुए दिल्ली जाकर इन दोनों को पकड़ने में सफलता पाई है। आगे भी जांच जारी रहेगी और अन्य राज्यों में भी ठगे गए लोगों से संपर्क किया जाएगा।”
यह मामला छत्तीसगढ़ ही नहीं, पूरे देश के व्यवसायियों के लिए एक चेतावनी है कि कोई भी व्यावसायिक प्रस्ताव मिलने पर पहले उसकी अच्छी तरह से जांच-पड़ताल करें, विशेषकर जब वह सरकारी योजनाओं के नाम पर हो। पुलिस ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे किसी भी ऐसे संदिग्ध प्रस्ताव की जानकारी तुरंत संबंधित थाना या साइबर सेल को दें।
