किस्त जमा करने बना दबाव तो धोखाधड़ी का खुला भेद, महिलाएं पहुंची थाने
अंबिकापुर। महिला समूह के सदस्यों से लोन निकलवा कर दोगुना रकम वापस करने का झांसा देकर समूह की प्रमुख महिला ने 5 लाख 65 हजार रुपये की ठगी कर ली। मामले की रिपोर्ट कोतवाली थाना में दर्ज कराई गई है, जिस पर पुलिस ने आरोपिया के विरूद्ध केस दर्ज कर लिया है।
मायापुर निवासी त्रिता बरवा पति पिक्की बरवा 33 साल ने पुलिस को बताया है कि सोनापति, मुनेजा खातून, सरिता गुप्ता, चांदनी सहित अन्य के साथ महिला समूह का संचालन यशोदा गुप्ता के घर से हो रहा था। इन महिलाओं को सत्या माइक्रो कैपिटल्स लिमिटेड पंजीकृत कार्यालय नई दिल्ली, स्थानीय कार्यालय चर्च रोड अंबिकापुर के द्वारा विभिन्न कार्य करने के लिए बैंकों से लोन प्रदान किया जाता है। यहां से महिलाएं अपनी जरूरत के अनुसार ऋण लेने के बाद महिला समूह प्रत्येक माह किस्त में भुगतान करती आ रही थी। समूह की सभी महिलाएं ऋण राशि के लेन-देन एवं बैठक के लिए प्रत्येक सप्ताह यशोदा गुप्ता के घर में एकत्र होती थी। समूह की प्रमुख यशोदा गुप्ता महिलाओं को उनके जरूरत के अनुसार लिखा-पढ़ी करके ऋण दिलवाने में सहयोग करती और बैंक भी जाती थी। रकम लेने के बाद समूह की महिलाओं को उनकी जरूरत के अनुरूप सभी के सामने राशि देती थी। ऋण का किस्त भी समूह के महिलाओं से लेकर यशोदा गुप्ता सत्या माइक्रो कैपिटल्स में जमा करती थी। आरोप है कि समूह की महिलाओं को अपने विश्वास में लेने के बाद षड्यंत्र के तहत यशोदा गुप्ता ने उन्हें ऋण की राशि दोगुना करने का झांसा दिया और समूह की महिलाओं के नाम पर लोन निकलवाकर किस्त स्वयं भरने का भरोसा दिलाया। यशोदा के बहकावे में आकर त्रिता बरवा ने 01 लाख 10 हजार रुपये, सोनामती ने 01 लाख रुपये, मुनेजा खातुन ने 02 लाख 15 हजार रुपये, सरिता गुप्ता ने 01 लाख 10 हजार रुपये, चांदनी जायसवाल ने 30 हजार रुपये, कुल 5 लाख 65 हजार रुपये ऋण निकाला, जिसे यशोदा गुप्ता अपने पास रख ली। बाद में समूह की महिलाओं को पता चला कि ऋण की राशि को बैंक में जमा नहीं किया जा रहा है। यशोदा गुप्ता से बात करने पर पता चला कि उनके द्वारा निकाले गए ऋण की राशि दोगुना नहीं हो रहा है, न ही बैंक में किस्त जमा किया गया है। समूह प्रमुख के द्वारा की गई धोखाधड़ी की शिकायत पर कोतवाली थाना में यशोदा गुप्ता के विरूद्ध धारा 420 का मामला दर्ज किया गया है।