बैंक के कर्मचारी पहुंचे घर, तो प्यून की नौकरी करने वाले के उड़ गए होश
अंबिकापुर। शहर के नवापारा निवासी दो युवकों के द्वारा आईडीबीआई बैंक में कृषि विभाग गंगापुर में चपरासी के पद पर पदस्थ वैभव सूर्यवंशी के नाम पर खाता खुलवाकर एक करोड़ 80 लाख रुपये का लेनदेन करने की जानकारी गांधीनगर थाने में दी है।
हनुमान मंदिर के पास गांधीनगर में रहने वाले वैभव वैभव सूर्यवंशी पिता स्व. प्रहलाद सूर्यवंशी 20 वर्ष ने पुलिस को बताया है कि नवापारा अंबिकापुर निवासी सुमित सिंह ठाकुर व अनुज सिंह से लगभग 7 माह पूर्व रैली में जान-पहचान हुआ था। दोनो नवम्बर 2024 में उससे मिले और दोस्त व परिवार के सदस्यों से घर बनावाने के लिए पैसा उसके खाता में मंगाने की बात कहते हुए इसके एवज में कुछ खर्च देने की बात कहे। इसके बाद दोनों उसे अपने घर के पास नावापारा में किसी परिचित के घर में ले गए और बोले कि एक व्यक्ति को आईडीबीआई बैंक का कर्मचारी बताते हुए परिचय कराया और कहा कि इनके पास बैंक का थम्ब मशीन है, यही खाता खोलता है। उन्होंने मशीन में अपना थम्ब लगा देने के लिए कहा और बताया कि इसी खाते में पैसा आएगा। दबाव बनाने पर वह अपना थम्ब मशीन में निशान लगाकर कुछ फार्म में हस्ताक्षर कर दिया। कुछ दिनों के बाद सुमित और अनुज सिंह मिले और बोले कि आईडीबीआई बैंक में खोले गए खाते का चेक बुक, पास बुक और एटीएम आया है, जाकर ले लेना। बैंक जाकर वह एटीएम कार्ड, चेक और पासबुक प्राप्त कर लिया, जिसे दोनों मांगकर अपने पास रख लिए थे। इनके द्वारा एक चेक में उसका हस्ताक्षर करा लिया। युवक ने बताया है कि 21 मई को उसके घर में आईडीबीआई बैंक के कर्मचारी आए और बोले कि बहुत ज्यादा लेन-देन होने की बात कही। इससे वह अपने मामा को अवगत कराया। बैंक जाने पर पता चला कि वैभव सूर्यवंशी के नाम पर सेविंग खाता 16.11.2024 को और एक करंट खाता 19.11.2024 को खुला है। सेविंग खाता में लगभग 80 लाख रुपये और करंट खाता में लगभग एक करोड़ का लेन-देन हुआ है। इसके बाद 22 मई 2025 को अपना दोनो खाता बंद करने का लिखित आवेदन आईडीबीआई बैंक में दिया। युवक के द्वारा छलपूर्वक खाता खोलवाकर सुमित सिंह ठाकुर और अनुज सिंह के द्वारा दुरूपयोग करने की संभावना व्यक्त की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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