जंगी रैली निकालकर राष्ट्रपति, राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
रामचन्द्रपुर। कमिश्नर के आदेश के बाद भी तहसील रामचंद्रपुर में रीडर तहसीलदार भू-माफियाओं से मिलीभगत करके राजस्व दस्तावेजों में कूटरचना करते हुए विशेष पिछड़ी जनजाति पण्डो परिवारों को सामान्य वर्ग का बताने में लगे हैं। ऐसा ही कुछ आरोप लगाते हुए पण्डो जनजाति की जमीन को लूटने की साजिश रचने और उन्हें परेशान करने की शिकायत राज्यपाल, मुख्यमंत्री व राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को सौंपे गए 8 सूत्रीय ज्ञापन पत्र में की गई है। इसके विरोध में छत्तीसगढ़ प्रदेश सर्व विशेष पिछड़ी जनजाति समाज कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष व पण्डो जनजाति समाज कल्याण समिति के प्रदेश सचिव के नेतृत्व में जंगी रैली निकालकर पण्डो समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया।
बताया गया है कि रामचंद्रपुर के रीडर तहसीलदार कार्यालय ने निखिल गुप्ता और राजेंद्र गुप्ता निवासी ग्राम टाटीआथर से मिलकर पण्डो जाति के लोगों की जमीन को राजस्व रिकार्ड में छेड़छाड़ करते हुए पण्डो के स्थान पर परहिया जाति लिखकर गैर आदिवासियों के नाम कर दिया जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष उदय पण्डो ने इस मामले को सामने लाकर दोषी कर्मचारियों-अधिकारियों एवं भू-माफियाओं के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। आरोप है कि रीडर तहसीलदार कार्यालय रामचंद्रपुर के द्वारा पण्डो विशेष पिछडी जनजाति के पूर्वजों से काबिज कास्त एवं पट्टे की भूमि को भू-माफियाओं के नाम पर बेचने, रजिस्ट्री कराने के उद्देश्य से परहिया जाति लिखा जा रहा है, जबकि कमिश्नर सरगुजा संभाग ने आदेश जारी करके पण्डो जनजाति की जमीन को दूसरे जाति परहिया, भुइहार बताकर गैर जातियों के नाम पर बेचने, रजिस्ट्री करने पर रोक लगाया है। आरोप है कि तहसील कार्यालय में पण्डो जनजाति के समस्या संबंधित आवेदनों को नहीं लिया जा रहा है और कुछ पूंजीपतियों से मिलीभगत करके पण्डो जनजाति एवं अनुसूचित जनजाति के गरीब परिवारों को गुमराह किया जा रहा है। पीड़ित परिवारों के बारे में गलत जानकारी लिखकर उन्हें अपमानित किया जाता है। पूर्व में पण्डो जनजाति परिवारों को परहिया, सामान्य जाति का कहकर स्वास्थ्य विभाग के कुछ कर्मचारियों-अधिकारियों द्वारा इनकी अनदेखी और इलाज नहीं करने पर संभागीय स्वास्थ्य सेवाएं सरगुजा के सुक्ष संगठन द्वारा आपत्ति दर्ज कराई गई थी, इसके बाद इलाज में भेदभाव खत्म हुआ था। मांग की गई है कि जिन पण्डो जनजाति परिवारों के पास जाति संबंधित कोई पुराना राजस्व एवं शैक्षणिक दस्तावेज या सरगुजा स्टेट सेटलमेंट अभिलेख न हो, ऐसे परिवारों को सरलीकरण प्रक्रिया के तहत ग्राम सभा से प्रस्ताव पास करके पूर्व की भांति जाति प्रणामपत्र जारी किया जाए। आज की स्थिति में 10 प्रतिशत पण्डो जनजाति के पास सरगुजा स्टेट सेटलमेंट का अभिलेख है, इनका सन 1954-55 ई. के बाद सभी राजस्व, शैक्षणिक दस्तावेजों में जाति पण्डो है। 90 प्रतिशत पण्डो जनजाति के पास जाति संबंधित कोई राजस्व एवं शैक्षणिक दस्तावेज अनभिज्ञता के कारण नहीं है। मांगे पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन, चक्काजाम, राजभवन एवं मुख्यमंत्री निवास तक सामूहिक रूप से पदयात्रा करने की चेतावनी दी गई है। जंगी रैली प्रदर्शन में मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष उदय कुमार पण्डो, प्रदेश सचिव देवचंद राम पण्डो, राजकुमार पण्डो, देवनारायण पण्डो, जिला अध्यक्ष नंदकेश्वर पण्डो, कार्यवाहक अध्यक्ष देवनारायण पण्डो के अलावा पण्डो समाज के ब्लाक पदाधिकारी रामप्यारे, रामसेवक, विजय शंकर, भोला राम, गोपाल, तिलकधारी, छोटेलाल, मनमोहन सिंह, तपेश्वर, ब्लॉक सचिव हीरालाल, रामभवन, रामप्रसाद, बसंत, मुकेश, रामगरीब, जयलाल, राष्ट्रपति पण्डो सहित काफी संख्या में महिला-पुरुष शामिल थे।

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