संदीप लकड़ा हत्याकांड के ईनामी आरोपी अभिषेक के साथ राजा को गिरफ्तार करने पुलिस की काफी मशक्कत
अंबिकापुर। सीतापुर थाना क्षेत्र के दीपेश उर्फ संदीप लकड़ा हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता अभिषेक पाण्डेय एवं साथी वाहन चालक राजा यादव पिछले दिनों न्यायालय में आत्समर्पण के बीच सरगुजा पुलिस के हाथ लगे थे। इन्होंने घटना के बाद नेपाल के काठमांडू, पोखरा, कपील वस्तु, महेन्द्रनगर में कई दिनों तक अलग-अलग ठिकानों में रहने और अपनी पहचान छिपाने के लिए अलग-अलग लॉज व होटल में फर्जी नाम, पता बताने के साथ ही वीपीएन के जरिए टेलीग्राम का उपयोग करने की जानकारी पुलिस को दी है। इनकी गिरफ्तारी के बाद प्रकरण में शामिल कुल 10 आरोपी जेल भेजे गए हैं। घटना का मुख्य सूत्रधार गिरफ्तारी से बचने के लिए अपना हुलिया बदल लिया था। अभिषेक के कब्जे से पुलिस ने 03 मोबाइल फोन, 01 लैपटॉप, 04 क्रेडिट व डेबिट कार्ड, 02 सिम व राजा यादव से 01 मोबाइल एवं 02 सिम पुलिस ने बरामद किया है। आरोपियों से घटना में प्रयुक्त वाहन एवं अन्य सामानों की जप्ती की जानी है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लो ने जिले के बहुचर्चित हत्याकांड का पर्दाफास करते हुए बताया कि 20 जुलाई को मृतक की पत्नी सलीमा सकड़ा निवासी बेलजोरा थाना सीतापुर के द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट पर पुलिस ने प्रत्युश पाण्डेय, गुड्डू कुमार, तुलेश्वर तिवारी, शैल शक्ति साहू को कब्जे में लिया और पूछताछ की तो इन्होंने 07 जून को अभिषेक पाण्डेय के ठेकेदारी साइट से लोहा व छड़ चोरी होने पर दीपेश उर्फ संदीप लकड़ा की सोनतरई सीतापुर स्थित ऑफिस में मारपीट के बाद हाथ-पांव बांधकर आमाटोली सीतापुर स्थित गोदाम में ले जाकर बंद करने और 08 जून को मृत्यु होने की जानकारी दी थी। मृतक के शव को पिकअप में लोड करके प्रत्युष पाण्डेय एवं अन्य कमलेश्वरपुर ग्राम लुरेना बड़वापाट ले गए और नल-जल योजना के तहत निर्माणाधीन ओवरहेड टैंक के टॉवर के नीचे जेसीबी से गड्ढा खोदकर डाल दिए थे। पुलिस ने शव को उक्त स्थल की खोदाई के बाद बरामद किया था। इसके बाद पुलिस टीम ने गौरी तिवारी एवं फरार आरोपियों को सहयोग प्रदान करने वाले राहुल दीपांशु महाराज, जहांगीर अंसारी, मो. सब्बा अंसारी को गिरफ्तार किया। 40 हजारी ईनामी आरोपी मुख्य आरोपी अभिषेक पाण्डेय पिता राजेश पाण्डेय 28 वर्ष निवासी बंदना बस स्टैंड थाना सीतापुर के साथ राजा यादव पिता रामचंद्र यादव 20 वर्ष निवासी बारिमा जंगलपारा थाना कमलेश्वरपुर फरार थे। पुलिस ने इन्हें अंबिकापुर में जिला न्यायालय परिसर के पास गिरफ्तार किया है। अभिषेक फरार होने के बाद बिलासपुर में रहने वाले अपने बहन दामाद राहुल उर्फ दीपांशु महाराज से 50 हजार रुपये लेकर इनके घर धमतरी के पास घटना में प्रयुक्त इनोवा वाहन को छोड़ा था और क्रेडिट कार्ड लेकर कैब की सहायता से जगदलपुर गया, कैब ड्राइवर के नाम से सिम खरीदकर व्हाट्सअप कॉल के माध्यम से अपने बहन दामाद राहुल उर्फ दीपांशु महाराज के संपर्क में रहा। दोनों आरोपियों ने फरार रहने के दौरान हैदराबाद, तिरुपति, बैंगलोर, भोपाल, ग्वालियर, झांसी, अयोध्या, गोरखपुर होते हुए नेपाल बॉर्डर जाना पुलिस को बताया। कार्रवाई में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सीतापुर राजेंद्र मंडावी, थाना प्रभारी सीतापुर निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, साइबर सेल प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक अजीत मिश्रा, स्पेशल टीम प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक विवेक पाण्डेय, प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान आरक्षक मनीष सिंह, अशोक यादव अनुज जायसवाल, सत्येंद्र दुबे, संजीव चौबे, विकास सिंह, लालदेव सिंह एवं थाना सीतापुर के पुलिस अधिकारी-कर्मचारी शामिल रहे।

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