अंबिकापुर। शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था में 22 अक्टूबर को जनजातीय समाज के गौरवशाली अतीत कार्यक्रम के अंतर्गत जनजातीय महापुरुषों के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी के द्वितीय दिवस आयोजित किए गए कार्यक्रम में जनजातीय गौरव समाज युवा प्रदेश अध्यक्ष इन्दर भगत ने उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा जनजातीय समाज हमेशा अपनी समृद्ध परंपराओं के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु जागरूक रहा है। उन्होंने संत गहिरा गुरु, राजमोहिनी देवी, जगदेव राम उरांव के समाज में योगदान पर प्रकाश डालते हुए स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले लगभग 50 जनजातीय नायकों को याद किया। जनजातीय समाज को गौरव का बोध कराते हुए संत गहिरा गुरु के जीवन और तप का वर्णन इनके द्वारा किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दूसरे भाग की मुख्य अतिथि मंजूषा भगत अध्यक्ष जनभागीदारी समिति राजमोहिनी देवी (पार्षद) ने प्रशिक्षणार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आईटीआई पूर्ण होने उपरांत सिर्फ सरकारी नौकरी का ही लक्ष्य ना रखें, स्वरोजगार, खेलकूद व राजनीति में भी अपना भविष्य बनाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि जनजातीय समाज स्वाभिमानी एवं परिश्रमी समाज है, ऐसे ही परिश्रमी बनें। संस्था में रंगोली, जनजाति परिधान (फैंसी ड्रेस), भाषण, कविता प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें महिला आईटीआई के प्रशिक्षणार्थी भी शामिल रहे। प्रदर्शन कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती संतोष त्रिपाठी ने आभार व्यक्त किया एवं आगामी कार्यक्रम की जानकारी दी। इस अवसर पर संस्था के प्रभारी प्राचार्य राजेश सोनी एवं कार्यक्रम के सहसंयोजक अनविल विमोन मिंज सहित संस्था के समस्त प्रशिक्षण अधिकारी, कर्मचारी और प्रशिक्षणार्थी शामिल रहे।

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