बिश्रामपुर। नगर पंचायत बिश्रामपुर द्वारा लाखों रुपए की लागत से कुछ महीने पूर्व ही लगवाए गए अधिकांश स्ट्रीट लाइट बंद हो चुके हैं। ऐसी स्थिति में स्ट्रीट लाइट की गुणवत्ता पर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं। गौरतलब है कि नगर पंचायत बिश्रामपुर क्षेत्र अंतर्गत आरटीआई कालोनी से मंगतराम चौक तक बिश्रामपुर-भटगांव मुख्य मार्ग पर 15 वां वित्त मद से 14 लाख 31 हजार रूपए की लागत से करीब तीन महीने पूर्व ही 45 नग स्ट्रीट लाइट लगवाई गई थी, इसके लिए नगर पंचायत प्रबंधन द्वारा टेंडर भी जारी किया गया था। यहां पर ठेकेदार द्वारा ऐसी स्ट्रीट लाइट लगवाई गई है, जिसमें अधिकांश स्ट्रीट लाइट बंद हो चुकी हैं। लोगों का कहना है कि यहां पर नगर पंचायत प्रबंधन द्वारा सतत मॉनिटरिंग के अभाव में अमानक स्तर का मटेरियल उपयोग करके शासकीय राशि का बंदरबांट कर दिया गया है। मजे की बात तो यह है कि उक्त स्ट्रीट लाइट की पैकिंग पर 50 वॉट अंकित है और एलईडी लाइट में 60 वॉट अंकित है। ऐसी स्थिति में कार्य व मटेरियल की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि नगर पंचायत प्रबंधन को मामले की तत्काल जांच पड़ताल करके संबंधित के खिलाफ उचित कार्यवाही करते हुए स्ट्रीट लाइट का तत्काल मरम्मत कार्य कराकर सभी स्ट्रीट लाइट को चालू कराना चाहिए, जिससे आमजन को इसका उचित लाभ मिल सके। लोगों का कहना है कि ठेकेदार द्वारा यहां पर अमानक स्तर का केबल उपयोग करने के साथ ही जगह जगह ज्वाइंट होने से स्ट्रीट लाइट की पोल से करंट का भी खतरा हमेशा बना रहता है।

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